गृह प्रवेश पूजा – एक महत्वाचा संस्कार
गृह प्रवेश पूजा 2025 , म्हणजेच आपल्या नवीन घरात प्रवेश करतांना केल्या जाणार्या धार्मिक आणि सांस्कृतिक पूजा-आचार्यांचा एक महत्त्वपूर्ण सोहळा आहे. हे भारतीय परंपरेत एक अत्यंत शुभ आणि महत्वाचा संस्कार मानला जातो. हे संस्कार खासत: घरातील समृद्धी, सुख-शांती आणि आशीर्वादासाठी केले जातात. गृह प्रवेश पूजा आपल्या नवीन घरात प्रवेश करण्याच्या आधी केली जाते, जेणेकरून घरातील वातावरण सकारात्मक आणि शुद्ध राहील.
गृह प्रवेश पूजा केल्याने घरात सकारात्मक ऊर्जा आणि सुख-शांतीचा वास होतो, तसेच घराच्या प्रत्येक कोपऱ्यात धार्मिक आशीर्वादांचा प्रभाव पडतो. या पूजेच्या माध्यमातून देवी-देवतांची आशीर्वाद घेऊन घरातील प्रत्येक सदस्याच्या जीवनात समृद्धी आणि आरोग्य वाढवण्यासाठी त्यांची कृपा प्राप्त केली जाते.
2025 मध्ये मुंडनासाठी शुभ मुहूर्त:
तारीख | दिन | आरंभ काल | समाप्ति काल |
---|---|---|---|
07 फेब्रुवारी | शुक्रवार | 07:06:01 | 31:06:01 |
08 फेब्रुवारी | शनिवार | 07:05:20 | 18:08:01 |
14 फेब्रुवारी | शुक्रवार | 23:10:40 | 31:00:51 |
15 फेब्रुवारी | शनिवार | 07:00:01 | 23:55:46 |
17 फेब्रुवारी | सोमवारी | 06:58:20 | 28:56:47 |
01 मार्च | शनिवार | 11:23:23 | 30:46:55 |
06 मार्च | गुरुवार | 06:41:38 | 10:53:28 |
14 मार्च | शुक्रवार | 12:27:13 | 32:55:02 |
17 मार्च | सोमवारी | 06:29:18 | 14:47:56 |
24 मार्च | सोमवारी | 06:21:12 | 28:28:06 |
30 एप्रिल | बुधवार | 05:41:44 | 14:15:06 |
07 मे | बुधवार | 18:17:51 | 29:36:01 |
08 मे | गुरुवार | 05:35:17 | 12:32:08 |
10 मे | शनिवार | 05:33:52 | 17:32:52 |
14 मे | बुधवार | 05:31:14 | 11:47:24 |
17 मे | शनिवार | 17:44:42 | 30:00:54 |
22 मे | गुरुवार | 17:48:30 | 29:26:58 |
23 मे | शुक्रवार | 05:26:32 | 22:32:49 |
28 मे | बुधवार | 05:24:42 | 24:30:22 |
06 जून | शुक्रवार | 06:34:16 | 28:50:34 |
13 जून | शुक्रवार | 23:21:37 | 29:22:36 |
14 जून | शनिवार | 05:22:39 | 15:49:44 |
20 जून | शुक्रवार | 09:52:15 | 21:45:51 |
23 जून | सोमवारी | 15:17:54 | 22:12:30 |
24 ऑक्टोबर | शुक्रवार | 06:27:12 | 25:20:47 |
03 नोव्हेंबर | सोमवारी | 06:34:09 | 26:07:29 |
07 नोव्हेंबर | शुक्रवार | 06:37:06 | 30:37:06 |
14 नोव्हेंबर | शुक्रवार | 21:21:11 | 30:42:30 |
15 नोव्हेंबर | शनिवार | 06:43:17 | 23:34:47 |
17 नोव्हेंबर | सोमवारी | 06:44:52 | 29:01:35 |
20 नोव्हेंबर | गुरुवार | 12:18:22 | 30:47:15 |
21 नोव्हेंबर | शुक्रवार | 06:48:03 | 13:56:13 |
01 डिसेंबर | सोमवारी | 06:55:59 | 19:02:41 |
05 डिसेंबर | शुक्रवार | 06:59:01 | 30:59:00 |
15 डिसेंबर | सोमवारी | 07:05:55 | 11:08:59 |
17 डिसेंबर | बुधवार | 17:11:44 | 26:34:43 |
गृह प्रवेश पूजा कधी केली पाहिजे?
गृह प्रवेश पूजा करण्यासाठी विशेष मुहूर्त असतात. यामध्ये ते दिवशी आणि वेळेस महत्त्व आहे जेव्हा ते पूर्णतः शुभ आणि अनुकूल असतात. काही विशेष तिथी आणि वेळा आहेत ज्यांना व्रत, तिथी किंवा पर्व म्हणून ओळखले जातं. त्याचबरोबर सूर्य आणि चंद्राची स्थिती देखील विचारात घेतली जाते.
उदाहरणार्थ, “गृह प्रवेश पूजा” च्या शुभ मुहूर्तांसाठी वर्षभरातील काही खास मुहूर्त असतात. काही महत्त्वपूर्ण मुहूर्त असेल, तेव्हा व्यक्तीच्या ग्रहस्थितीचे आणि धार्मिक तत्त्वांचे भान ठेवून योग्य मुहूर्त निवडावा लागतो.
गृह प्रवेश पूजेची तयारी कशी करावी?
- स्वच्छता आणि घराची सजावट: पूजा करण्याच्या आधी घराची स्वच्छता अत्यंत आवश्यक आहे. घरातील प्रत्येक कोपरा स्वच्छ करणे, आणि देवी-देवतांच्या प्रतिमा व पूजन सामग्रीची व्यवस्था करणं आवश्यक आहे.
- पुजेचा आरंभ: सर्वप्रथम घराच्या प्रवेशद्वाराला रंगीबेरंगी फुलांनी सजवा. नवीन घरात प्रवेश करण्याआधी, घराच्या मुख्य दारावर “स्वस्तिक” किंवा “कलश” स्थापनेसाठी तयार करा.
- धार्मिक पूजन सामग्री: पूजेसाठी मुख्यतः “लक्ष्मी पूजा”, “गणेश पूजा” आणि “वास्तु पूजन” करण्यात येते. या पूजेसाठी कुंकू, तांदूळ, तेल, फुलं, रुईच्या वस्त्रांची आवश्यकता असते.
- सर्व परिवार सदस्यांचा सहभाग: पूजा किव्हा हवन मध्ये सर्व परिवार सदस्यांचा सहभाग असावा. यामुळे घराच्या प्रत्येक सदस्याला मंगल आशीर्वाद प्राप्त होतो.
गृह प्रवेश पूजा कशासाठी केली जाते?
गृह प्रवेश पूजा केल्याने घरात शुद्धता, प्रेम आणि आनंदाचे वातावरण तयार होते. घरात नकारात्मक ऊर्जा दूर होऊन सकारात्मक ऊर्जा आणि भव्यता येते. याच्या माध्यमातून घरात श्रीमंती आणि सुखशांती येते. त्याचबरोबर, घराच्या वास्तु शास्त्रानुसार योग्य आशीर्वाद प्राप्त होतो ज्यामुळे घरात समृद्धी येते.
वरील तक्त्यात 2025 वर्षातील मुंडनासाठी शुभ मुहूर्त दर्शवले आहेत. या तिथींवर मुंडन संस्कार करण्याचे फायदे आहेत.